नई दिल्ली, 6 मई 2025: india pakistan news भारत सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 54 साल बाद देशभर में युद्ध की स्थिति की तैयारी के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन करने का फैसला किया है।
गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को 7 मई को अलर्ट मोड पर रहने और मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है। यह अभ्यास 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद पहली बार हो रहा है, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में ऐसी तैयारी की गई थी।
दूसरी ओर, पाकिस्तानी नौसेना की ओर से एक उकसावे भरा वीडियो सामने आया है, जिसमें भारतीय नौसेना के विमान को उनकी रडार पर देखे जाने का दावा किया गया है।
पाकिस्तान की उकसावे भरी हरकत
पाकिस्तानी नौसेना ने 5 मई की रात 10 बजे एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें दावा किया गया कि भारतीय नौसेना का एक विमान उनकी रडार पर देखा गया।
पाकिस्तानी नौसेना ने यह भी कहा कि वे चाहते तो उस विमान को मार गिरा सकते थे। इस बयान को भारत के खिलाफ एक उकसावे भरे कदम के तौर पर देखा जा रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे समय में, जब पाकिस्तान को शांति की पहल करनी चाहिए, वह इस तरह की हरकतों से तनाव बढ़ा रहा है।
india pakistan news 7 मई को मॉक ड्रिल: क्या है तैयारी?
गृह मंत्रालय ने चार पन्नों की एक विस्तृत चिट्ठी जारी की है, जिसमें मॉक ड्रिल के दौरान सभी विभागों और नागरिकों के लिए दिशानिर्देश दिए गए हैं।
यह अभ्यास देश के 244 जिलों में शहरों से लेकर ग्रामीण इलाकों तक आयोजित किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य हवाई हमले जैसी आपात स्थिति में नागरिकों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को सुरक्षित करना है।
मॉक ड्रिल के मुख्य बिंदु:
- हवाई हमले का सायरन: हवाई हमले की चेतावनी देने वाला सायरन बजाया जाएगा, जिसके बाद सभी को अलर्ट हो जाना है।
- ब्लैकआउट: बिजली पूरी तरह बंद कर दी जाएगी, ताकि हमले के दौरान दुश्मन को टारगेट करना मुश्किल हो।
- प्रशिक्षण: नागरिकों को हवाई हमले से बचने, महत्वपूर्ण कारखानों और ठिकानों को छिपाने, और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की ट्रेनिंग दी जाएगी।
- आपातकालीन कैंप: स्कूलों और अस्पतालों में अस्थायी कैंप तैयार किए जाएंगे, जहां जरूरत पड़ने पर लोगों को शिफ्ट किया जाएगा।
नागरिकों के लिए जरूरी दिशानिर्देश:
गृह मंत्रालय ने आम लोगों के लिए आसान भाषा में दिशानिर्देश जारी किए हैं, ताकि वे इस स्थिति में सुरक्षित रह सकें:
- मजबूत इमारत में शरण लें: सायरन बजते ही किसी पक्की इमारत या बिल्डिंग के अंदर चले जाएं। पेड़ के नीचे या कच्ची जगह पर न रुकें।
- झुककर बैठें: मिसाइल हमले की स्थिति में टुकड़े तेजी से फैलते हैं, जो जानलेवा हो सकते हैं। जमीन पर झुककर बैठें, ताकि टुकड़े आपके ऊपर से निकल जाएं।
- सुरंग या अंडरपास में छुपें: अगर शहर में हैं, तो सुरंग, अंडरपास या फ्लाईओवर के नीचे शरण लें।
- बेसमेंट में जाएं: बहुमंजिला इमारतों में ऊपरी मंजिलें खाली करें और बेसमेंट में शरण लें।
- जरूरी सामान साथ रखें: मोमबत्ती, माचिस, पानी की बोतल, बिस्किट, चार्ज किया हुआ मोबाइल, और छोटे बच्चों के लिए दूध का पैकेट साथ रखें।
- छतों और खुले मैदानों से बचें: सायरन बजने पर छतों पर जाकर वीडियो बनाने या खुले मैदान में जाने की गलती न करें, यह खतरनाक हो सकता है।
- गाड़ी साइड में रोकें: अगर सड़क पर हैं, तो गाड़ी साइड में पार्क करें, बत्ती बंद करें और कुछ देर रुकें।
अलर्ट मोड पर प्रशासन: india pakistan news
- सिविल डिफेंस, होमगार्ड, NCC कैडेट्स, और स्वयंसेवक संगठन अलर्ट मोड पर रहेंगे।
- पुलिस, CRPF, और BSF के जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
- उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि राज्य के 19 जिलों में मॉक ड्रिल होगी, जिसमें एक जिला A कैटेगरी, दो C कैटेगरी, और 17 B कैटेगरी में हैं। सभी विभाग मिलकर इसकी तैयारी करेंगे।
जम्मू-कश्मीर में बढ़ता तनाव
जम्मू-कश्मीर के रियासी में चिनाब नदी पर बने सलाल बांध के दरवाजे बंद कर दिए गए हैं, जिससे पाकिस्तान की ओर पानी का बहाव रोका जा रहा है। यह कदम तनावपूर्ण माहौल में एक सख्त संदेश के तौर पर देखा जा रहा है।
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की हत्या के बाद उनकी पत्नी हिमांशी नरवाल को सोशल मीडिया पर टारगेट किया जा रहा है।
राहुल गांधी आज करनाल में हिमांशी और उनके परिवार से मुलाकात करने पहुंचे हैं। इससे पहले वे कानपुर में शुभम द्विवेदी के परिवार से भी मिले थे।
सरकार का एक्शन मोड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीनों सेना प्रमुखों से बातचीत कर रहे हैं। कल शाम राहुल गांधी और चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने भी PM से मुलाकात की, जिसे आधिकारिक तौर पर CBI निदेशक की नियुक्ति के लिए बताया गया।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इस बैठक में अन्य रणनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई होगी।
भारत की स्थिति और जिम्मेदारी
भारत की सेना दुनिया में चौथे स्थान पर है, जबकि पाकिस्तान 12वें स्थान पर। हथियारों और संसाधनों में दोनों देशों की कोई तुलना नहीं है। लेकिन, जंग केवल बॉर्डर पर नहीं, बल्कि देश के अंदर भी हालात संभालने की जिम्मेदारी बनती है।
भारत की नीति हमेशा से “नो फर्स्ट अटैक” रही है, लेकिन अगर पाकिस्तान की ओर से हमला होता है, तो जवाबी कार्रवाई जरूर होगी।
नागरिकों से अपील
यह समय एकजुट होने का है। सरकार ने सभी से जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाने की अपील की है। BBC की रिपोर्ट के अनुसार, इस मॉक ड्रिल में NCC, NSS, स्कूल-कॉलेज के छात्र, और सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स हिस्सा लेंगे।
आपातकालीन स्थिति में कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली और लोगों को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया का भी परीक्षण किया जाएगा।
नोट: मॉक ड्रिल के दौरान किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। नवीनतम अपडेट के लिए आधिकारिक सूत्रों पर भरोसा करें।