Election Commission: SC के वकील भानुप्रताप सिंह– यह मुद्दा किसी भी सूरत में बंद नहीं होगा बेशक लोकसभा का चुनाव हो ईवीएम हटाओ देश बचाओ ईवीएम हटाओ भाजपा हरा यह हैशटैग उस दिन जो है पूरे दिन चलेगा और यह ईवीएम का मुद्दा लगातार चलता रहे।
जब तक चलता रहे जब तक कि इसको बैन नहीं किया जा सकता इस आंदोलन का लाभ लेकर के भानु प्रताप सिंह जी को टिकट मिला है ये एक लंबी कवायद है इनका 30 साल का पुराना इतिहास और जो समाज के प्रति इनकी काम करने की निष्ठा रही है यह उसका परिणाम है।
और हमारी शुभकामनाए और हम पूरा जोर लगा कर के चुनाव को लड़ेंगे, जीतेंगे जो ईवीएम के आंदोलन कीअगवाई 2019 से लगातार आदरणीय भानु प्रताप सिंह जी के माध्यम से हुई है।
Election Commission: SC के वकील भानुप्रताप सिंह को समाजवादी पार्टी से मिला टिकट
किसान आंदोलन में उनका भरपूर सहयोग रहा है सीए एनआरसी के आंदोलन में पूरे देश में उनका योगदान रहा है आंगनवाड़ी हों का प्रोग्राम हो चाहे देश में मजदूरों का आंदोलन हो हर जगह हर घटना के व चश्म दत गवाह बने हैं ।
उनके संघर्ष और त्याग और समाज हित के समर्पण को देखते हुए जो समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय अखिलेश यादव जी ने मेर ठ हापुड़ लोकसभा से भानु प्रताप सिंह को जो प्रत्याशी बनाया है।
मैं धन्यवाद करना चाहूंगा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी का औरमैं मुबारकबाद देना चाहूंगा भानु प्रताप सिंह को कि एक बहुत बड़ी अपॉर्चुनिटी उनको मिली है उनके ऊपर पार्टी ने बहुत बड़ा भरोसा किया है जहां तक दोस्तों ईवीएम के आंदोलन का सवाल है देखिए ईवीएम का आंदोलन एक निश्चित समय के लिए नहीं था ।
और ईवीएम का आंदोलन जब हमने शुरू किया तो EVM के आंदोलन में दो चीजें प्रमुखता से थी पहली यह थी हमारा प्रयास यह था कि जो विपक्षी पार्टियां है पॉलिटिकल पार्टियां वह पार्टियां भी 2024 के चुनाव की नोटिफिकेशन से पहले इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाएं क्योंकि लाभ और हानि उन्हीं का होना था।
और दूसरा हमारा बारबार सुप्रीम कोर्टपर जाने का प्रदर्शन करने का प्रयास यह था कि किसी तरीके से सुप्रीम कोर्ट उन तमाम याचिकाओं पर केंद्र सरकार के दबाव में न रह करके निष्पक्ष रूप से एक फैसला दे ताकि EVM का मुद्दा जो है इस देश से हटाया जा सके और बैलेट पेपर से चुनाव हो सके हमने पूरा प्रयास किया देश के तमाम प्रदेशों में रैलिया करी प्रदर्शन किए धरने दिए ज्ञापन दिए।
और इसको एक राष्ट्र का मुद्दा बनाया सभी सम्मानित चैनल के माध्यम से यह आवाज देश के कोने कोने तक गई और सभी प्रदेशों के लोगों ने इसमें भरपूर हिस्सा लिया और इसको एक राष्ट्रीय मुद्दा बनाने की पूरीकोशिश की अब सवाल यह है कि अब नोटिफिकेशन जारी हो गया।
वामन मेश्राम 2011 से ईवीएम का मुद्दा उठाते आ रहे हैं
अब क्या होगा इस मुद्दे का तो इस मुद्दे में हमारी पहले से बिल्कुल पारदर्शिता है कि यह कोई अंतिम चुनाव नहीं है और नहीं य मुद्दा अंतिम है यह मुद्दा मेराम साब तो 2011 से लेकर के चल रहे तमाम बार चुनाव हुए तमाम बार सरकारें बनी फिर भी उन्होंने उस मुद्दे को पकड़ा हुआ है और अभी भी वो प्रमुखता से इस मुद्दे को उठा रहे हैं ।
हमारा भी ईवीएम हटाव संयुक्त मोर्चे का सीधा साय वर्जन है कि यह मुद्दा किसी भी सूरत में बंद नहीं होगा बेशक लोकसभा का चुनाव हो और लोकसभा के चुनाव में जो भी सरकार बनेगी वो तो 4जून को आप सभी लोगों को पता लगेगा पूरा देश देखेगा लेकिन यह मुद्दा किसी भी सूरत में बंद नहीं होगा।
और जिन दो मुद्दों को लेकर के हमने ये प्रमुखता से काम किया था कि पॉलिटिकल पार्टी आवाज उठाए उसमें भी हमें सफलता मिली है समापन दिवस जो न्याय यात्रा का समापन दिवस था कांग्रेस का राहुल गांधी जी ने और आमद पार्टी की तरफ से सौरव भारद्वाज जी ने प्रकाश अंबेडकर जी ने तमाम नेताओं ने वहां पर जो है ।
इस पर खुल कर के वार्ता की है बोला है कि चुनाव के मुद्दे को जो है प्रमुखता के आधार पर ईवीएम के माध्यम से न करा कर के बैलेट पेपर के माध्यम से कराए तो धीरे-धीरेसफलता मिली है इसलिए यह आंदोलन जारी रहेगा और 23 तारीख को जो हमने तय किया है आने वाली यही 23 तारीख जिसमें सईद आजम जी का उस दिन का जो है।
भगत सिंह के जन्म दिन पर बड़े आंदोलन की तैयारी
जन्मदिन है उस दिन जो है पूरे देश के अंदर जो भी संगठन जो भी आंदोलनकारी जहां भी रहेगा वह वहां पर उपवास रखेगा उस दिन अपने संगठन के माध्यम से और ईवीएम हटाओ देश बचाओ ईवीएम हटाओ भाजपा हराओबा उस दिन जो है पूरे दिन चलेगा यह इसके ऊपर हमने दो दिन पहले भी प्रेस वार्ता की थी और यह हमारा निश्चित है।
इसको लेकर के हम आगे बढ़ रहे एक चीज मैं और स्पेशली इसमें कहना चाहूंगा देखिए हम तमाम लोग यह मान करके चल रहे हैं कि हमारे बीचके वह निर्भग साथी ताकतवर साथी बहादुर साथी जो पार्लियामेंट के अंदर दहाड़ सकते हैं समाज की आवाज उठा सकते हैं उनको आगे जाना चाहिए हमारा किसी पार्टी से पर्टिकुलर कोई मतलब नहीं था ।
हमारी टीम का य मानना था आज भी यही मानना है कुछ लोग कह रहे कि भानु प्रताप सिंह चेहरा थे अग्रणी चेहरा थे वो क्यों चले गए पार्टी ने टिकट दिया और हम तो चाहते कि हमारे और लोग भी जाए हमारे बीच से जो और भी साथी हमारे कोऑर्डिनेशन कमेटी के मेंबर है चाहे वह महमूद प्रचा साहब हो चाहे व राजेंद्र पाल गौतम जी हो ।
ईवीएम का मुद्दा लगातार तेज करने में भानु प्रताप सिंह की अहम भूमिका है
उनको भी पार्टिया टिकट दे उनको भी अपॉर्चुनिटी मिले जितने जदा से ज्यादालोग जाएंगे वो लोग जाने के बाद वहां पर हमारी आवाज उठाए और यह ईवीएम का मुद्दा लगातार चलता रहे और जब तक चलता रहे जब तक कि इसको बैन नहीं किया जा सकता हमारा यह जरूर मानना है कि जो जिन लोगों को टिकट मिला है ।
शुभकामनाओं के साथ हम उनका साथ देंगे और वह लोग भी जो जाना चाहते हैं जो और लोग भी लाइन में है या प्रयासरत है वो लोग भी मोर्चे में बैठ कर के डिस्कस करें और जहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं उसके बारे में कम से कम मोर्चे को पहले से बताएं जरूर अप्रूवल जरूर ले ताकि ये ना लगे कि सब लोग अपने अपने माध्यम से चल रहे हैं ।
यह कल हमने तय किया है किसान का जोबहुत बड़ा मोर्चा है वो भानु प्रताप जी के प्रयास है जिसमें कई स संगठन जुड़े हुए हैं उन्होंने 13 मार्च को हमारे साथ साझा कान्फ्रेंस की थी और ये आश्वासन दिया था कि ईवीएम के मुद्दे को वो हमारे साथ मिलकर के लड़ेंगे हमारी उनसे भी बात हुई और हमारा उनसे यह निवेदन भी है।
ईवीएम हटाव संयुक्त मोर्चा अपनी बात पर कायम है
कि वह अपने उस कमिटमेंट पर वचनबद्धता पर कायम रहे और ईवीएम हटाव संयुक्त मोर्चा अपनी बात पर कायम है कि हम लोग दोनों मोर्चे उनका मोर्चा और हमारा मोर्चा मिलकर के ये इस लड़ाई को लड़ेगा जो भानु प्रताप सिंह जी को टिकट हुआ है उसका इससे कहीं कोई लिंक नहीं था य काफी लंबे समय से प्रयास चल रहाथा।
2022 से लगातार प्रयास चल रहा था 2022 के विधानसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी को राष्ट्रीय ज संघर्ष पार्टी ने बिना किसी कंडीशन के पूरे प्रदेश के अंदर समर्थन दिया था उनके लिए काम किया था उनको जिताने का प्रयास किया था तो तब से यह लिंक लगातार जुड़ा हुआ आ रहा है कोई यह ना सोचे कि इस आंदोलन का लाभ लेकर के भानु प्रताप सिंह जी को टिकट मिला है।
यह एक लंबी कवायद है इनका 30 साल का पुराना इतिहास और जो समाज के प्रति इनकी काम करने की निष्ठा रही है यह उसका परिणाम है और हमारी शुभकामनाएं और हम पूरा जोर लगा कर के चुनाव को लड़ेंगे जीतेंगे और भन प्रतापसिंह के रूप में संसद के अंदर एक ऐसे शेर को भेजने का काम करेंगे जो दलितों की मुस्लिमों की पिछड़ों की और तमाम उन साथियों की जो मजलूम साथी है।
ईवीएम हटाव संयुक्त मोर्चा का प्रोग्राम निश्चित रूप से इस चुनाव से किसी भी रूप में बाधित नहीं होगा
जिनकी आवाज कोई नहीं उठाता उस आवाज को वो उठाए इसलिए ईवीएम हटाव संयुक्त मोर्चा का प्रोग्राम निश्चित रूप से इस चुनाव से किसी भी रूप में बाधित नहीं होगा और हम जल्दी ही एक दो दिन के अंदर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुला कर के इसका जो हमारी ये पांच या छह लोगों की बॉडी है।
इसको हम एक्सपेंस करने वाले हैं इसको हम बढ़ाएंगे इसमें हम और लोगों को भी जगह देंगे ताकि यह आंदोलन रुके ना और इस आंदोलन से किसीभी सूरत में आने वाला कोई भी चुनाव प्रभावित इस तरीके से ना होगी जो लोग कई बार सवाल कर रहे हैं कि भानु प्रताप सिंह जी चले गए भानु प्रताप सिंह कल भी यही थे।
आज भी यही है और चुनाव में रिजल्ट जो भी रहेगा उसके बाद भी वह ईवीएम के आंदोलन का प्रमुख हिस्सा रहेंगे ऐसी मैं सब लोगों से अपील करता हूं ।